नमस्कार,
कुछ दिनों के बाद दीपावली का बड़ी धूम-धाम से मनाया जायगा । जो भारत के वासी ज्यादातर ही मनाते आ रहे हैं। लोग इस मौके पर अपने-अपने घरों की सफाई आदि करते हैं। वहीँ अपने घरों मे ही अछि-अच्छी मीथायीयाँ आदि बनते हैं। अवम घरों पर तेल के दीये जलाते हैं। और पटाके भी चलते हैं। मैं इस अवसर पर सारे भाई बहनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ, तथा प्रार्थना करता की धरती पर खुशाली हो और लोगो में भाई-चारा बढे अवम सारे सुखी हो।
द्वारा- भजन सिंह घारू
Pages
- PEOM
- Bada musikal hai jana
- Geeton ki mala
- THE RIGHT TO INFORMATION ACT, 2005
- THE CONSTITUTION OF INDIA (CONTENTS)
- Sarva Shiksha Abhiyan (SSA)
- संक्षिप्त वाल्मीकि रामायण
- भारत का इतिहास
- THE CONSUMER PROTECTION RULES, 1987
- हिंदी
- Dada Sahib Falke Award
- Photoes
- Maha Kavi Daya Singh Gharoo
- मुगल साम्राज्य
- संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
- Great Lords
Monday, November 1, 2010
Friday, October 8, 2010
Sunday, September 19, 2010
दोस्तों नमस्कार,
आज फिर आप के साथ बात करने का मौका खुदा ने दिया है। ये उस परवरदिगार की नियामत है की वह उसको अवसर प्रदान करता है । सही मायनो में बन्दा वही है जो उसकी दी हुई जिंदगानी को सही रास्ते पर चलाता है। और जिंदगानी का मतलब समझता है। मैं समझता हूँ की जो लोग सही काम करते हैं । ऊपरवाला उसकी सदा मदद करता है।
द्वारा- भजन सिंह घारू
आज फिर आप के साथ बात करने का मौका खुदा ने दिया है। ये उस परवरदिगार की नियामत है की वह उसको अवसर प्रदान करता है । सही मायनो में बन्दा वही है जो उसकी दी हुई जिंदगानी को सही रास्ते पर चलाता है। और जिंदगानी का मतलब समझता है। मैं समझता हूँ की जो लोग सही काम करते हैं । ऊपरवाला उसकी सदा मदद करता है।
द्वारा- भजन सिंह घारू
Saturday, September 4, 2010
नमस्कार,
कल दिनांक ५ सितम्बर को टीचर दे के रूप मै मनाया जाता है। मै उन टीचेरो को धन्यवाद् देता हूँ जो इस सेवा मै समर्पित हैं । और अपना कार्य ईमानदारी के साथ करते हैं। दूजो को ज्ञान देना इक पुन कर्म माना जाता है। बार-बार इस कार्य से जुरे लोगो पर आलोचना की मार परती है। पर फिर भी यह पावन कर्म है। मै इन्हें सलाम करता हूँ।
द्वारा- भजन सिंह घारू
कल दिनांक ५ सितम्बर को टीचर दे के रूप मै मनाया जाता है। मै उन टीचेरो को धन्यवाद् देता हूँ जो इस सेवा मै समर्पित हैं । और अपना कार्य ईमानदारी के साथ करते हैं। दूजो को ज्ञान देना इक पुन कर्म माना जाता है। बार-बार इस कार्य से जुरे लोगो पर आलोचना की मार परती है। पर फिर भी यह पावन कर्म है। मै इन्हें सलाम करता हूँ।
द्वारा- भजन सिंह घारू
Thursday, September 2, 2010
Tuesday, August 31, 2010
नमस्कार,
दिनांक २९ ऑगस्ट २०१० को जब मैं जम्मू से टाटा सुमो से वापिस श्रीनगर आ रहा था तो ३-४ बोयस सरक के किनारे खरे थे अवंतिपुर से पिच्छे ही गारी से लिफ्ट मांगी बाद मे पठेरों से सुमो पर वार किया गोड की महेरबानी से वे पाथेर सवारी को नहीं लगे । असे लोगो को ऊपर वाला कभी माफ़ नहीं करता । उसके घर मे कोई जोर अज्मयीस नहीं कर सकता । उसने सबको बनाया है एसलिय किसे की चालाकी नहीं चलती ।
द्वारा- भजन सिंह घारू
दिनांक २९ ऑगस्ट २०१० को जब मैं जम्मू से टाटा सुमो से वापिस श्रीनगर आ रहा था तो ३-४ बोयस सरक के किनारे खरे थे अवंतिपुर से पिच्छे ही गारी से लिफ्ट मांगी बाद मे पठेरों से सुमो पर वार किया गोड की महेरबानी से वे पाथेर सवारी को नहीं लगे । असे लोगो को ऊपर वाला कभी माफ़ नहीं करता । उसके घर मे कोई जोर अज्मयीस नहीं कर सकता । उसने सबको बनाया है एसलिय किसे की चालाकी नहीं चलती ।
द्वारा- भजन सिंह घारू
Tuesday, August 10, 2010
Monday, May 31, 2010
समय
नमस्कार !
समय बहुत बलवान है । हर व्यक्ति को अपने वकत का सही उपयोग करना चाहिय नहीं तो आपको बहुत भारी नुकशान हो सकता है । अंत मानव को समय सही उपयोग करना आवस्यक हो जाता है ।
द्वारा- भजन सिंह घारू
समय बहुत बलवान है । हर व्यक्ति को अपने वकत का सही उपयोग करना चाहिय नहीं तो आपको बहुत भारी नुकशान हो सकता है । अंत मानव को समय सही उपयोग करना आवस्यक हो जाता है ।
द्वारा- भजन सिंह घारू
Wednesday, March 10, 2010
महिला बिल पास
१० मार्च २०१०,
९ मार्च २०१० को राज्य सभा में महिला आरक्षण बिल पास हुआ। यह अच्छा हुआ । देश की महिलाओं की भागीदारी अवसयक है। इससे देश में खुशयाली आयेगी। और महिलाओं को समानता का अवसर मिलेगा। वरन इस पुरष परधान समाज ने अपना दबदबा जमा लिया था। शायद अब समाज का सवरूप बदलेगा । देश सही दिशा कीं और प्रगति करेगा।
९ मार्च २०१० को राज्य सभा में महिला आरक्षण बिल पास हुआ। यह अच्छा हुआ । देश की महिलाओं की भागीदारी अवसयक है। इससे देश में खुशयाली आयेगी। और महिलाओं को समानता का अवसर मिलेगा। वरन इस पुरष परधान समाज ने अपना दबदबा जमा लिया था। शायद अब समाज का सवरूप बदलेगा । देश सही दिशा कीं और प्रगति करेगा।
Tuesday, March 9, 2010
महिला शःसक्तिकरण
९ मार्च २०१०।
आजादी के ६२ सालों के बाद भी महिलाओं को पूरी सुविधाए नहीं मिली। ८ मार्च महिला दिवस के अवसर पर ३३ प्रतिशत का कोटा देकर सम्मान देना जरुरी था .मगर जनता के श्हत्रिया नेताओ ने देश की जनता को शर्मसार किया है .मतदान करने वाली जनता का अपमान किया है। मुझे लगता है पुरष परधान समाज महिलाओं के बराबर आने से घबराता है । यह उसकी घटिया सोच का घोतक है। आज महिला शाश्क्त व् विवेक्ष्हाली है जो समाज की प्रगति को दिखाता है। अतं महिलों की सुविधओं को बढ़ाना अति आवस्यक हो जाता है ।
आजादी के ६२ सालों के बाद भी महिलाओं को पूरी सुविधाए नहीं मिली। ८ मार्च महिला दिवस के अवसर पर ३३ प्रतिशत का कोटा देकर सम्मान देना जरुरी था .मगर जनता के श्हत्रिया नेताओ ने देश की जनता को शर्मसार किया है .मतदान करने वाली जनता का अपमान किया है। मुझे लगता है पुरष परधान समाज महिलाओं के बराबर आने से घबराता है । यह उसकी घटिया सोच का घोतक है। आज महिला शाश्क्त व् विवेक्ष्हाली है जो समाज की प्रगति को दिखाता है। अतं महिलों की सुविधओं को बढ़ाना अति आवस्यक हो जाता है ।
Wednesday, February 24, 2010
सरकार को मह्घाई रोकने के सखत उपाय करने होंगे ताकि हर व्यक्ति आराम से आपना जीवन यापन कर सके । इस प्रकार के उपाए करे जो फयदेमद हो । इसमें नेशनल कार्ड जारी करने होगें और दामों मैं अंतर लाना होगा । दाम को सम्पन्नता के साथ मिलाकर तह करना होगा , जैसे आदमी आपनी मर्जी से उचे दामों से खरीदता है वैसे ही मिलेगा तथा सरकार को फायदा होगा । अनुदान या रियात बंद हो जाए तो उचित होगा ।
Subscribe to:
Posts (Atom)