Monday, March 14, 2011

सनम

सनम,
चुपके से आना मेरे सनम ,देख न ले तेरे जमाना कदम।
लगता है एसे] मिले हो जेसे, कई मरतबा यहाँ ,
रहे अलग हैं,जिसम जुदाह है, अलग हुए हैं यहाँ।
चुपसे आना मेरे सनम......
तेरे सांसो की हर खुशबु मे महक मेरी है,
विखरें न कहीं समेटें रहो हर धमक मेरी है।
चुपके से आना मेरे सनम ,देख न ले जमाना कदम॥
द्वारा- भजन सिंह घारू

जापान मै सुनामी

नमस्कार ,
विपदा मै साथ देना और उसमे अपनी सवेंदनाएँ जताना एक फर्ज नहीं बल्कि किसी पीड़ा मे शामिल होना है। विपदा किसी पर भी आ सकती है। इतनी खतरनाक घटना के बाद पूरे विश्व को सबक या सीख लेने की जरुरत है। ताकि एस प्रकार की आपदाओं से कैसे बचा जाय व् उस के लिय पूर्व से तैयारी की जा सके । मै एक भयंकर आपदा से हुय विनाश तथा जान-माल की शहती से गहरा दुःख हुआ है। भगवान जापान वासियों को सहन -शक्ति प्रदान करें । सब लोगों की जिमेदारी है की इसमे बढ़कर सहायता करें।
द्वारा-भजन सिंह घारू